लेखनी प्रतियोगिता - क्रोध
।। क्रोध।।
क्रोध, हमेशा ही विनाशक होता है,
यह मानवता के विध्वंस का कारण बनता है,
जब जब बढ़ता है, अहंकार और लालच,
यह स्वयं ही अपनी जगह बना लेता है,
फिर नही देखता यह, ममता और श्रद्धा,
एक पल में सब कुछ, भस्म कर देता है,
क्रोध के उस एक क्षण से,
यह महाभारत रचित कर सकता है,
रहो जितना दूर रह सकते हो,
परंतु यह किसी को नहीं छोड़ता है,
कितना भी कोई ज्ञानी - ध्यानी हो,
सब में यह समाहित होता है।।
प्रियंका वर्मा
22/10/22
Suryansh
23-Oct-2022 09:20 AM
सीख देती हुई कविता
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Punam verma
23-Oct-2022 09:07 AM
Very nice
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
23-Oct-2022 07:12 AM
बहुत ही सुंदर सृजन
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